सचिन पायलट ने कहा कि 'पलायन रोको नौकरी दो' पदयात्रा का उद्देश्य है कि पलायन को रोका जाए. बेरोजगारी खत्म की जाए. नौकरी के नाम पर बिहार के युवाओं को लाठी मिलती है. मजबूरी में पलायन करते हैं. बिहार की हालत यह है कि यहां के युवाओं का भविष्य अंधकार में चला गया है. नीतीश कई वर्षों से मुख्यमंत्री हैं. कुछ काम युवाओं के लिए नहीं किया. नीतीश ने मोदी सरकार का समर्थन किया उनके समर्थन से सरकार चल रही है. कम से कम इसके बदले में बिहार के युवाओं के लिए 10-20 लाख नौकरी बिहार के युवाओं के लिए मांग लेते.
सचिन पायलट ने कहा कि यहां शिक्षा-व्यवस्था भी चौपट है. आए दिन परीक्षाओं का पेपर लीक होता है. सरकार को युवाओं की कोई चिंता नहीं है. बिहार के लाखों युवा अपनी संभावनाओं को खत्म होता देख दूसरे राज्यों में जा रहे हैं. नीतीश कुमार से पूछना चाहते हैं. क्या दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से बोलेंगे कि बिहार के युवाओं को नौकरी दीजिए? युवाओं के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए हमारी पार्टी कृत संकल्पित है.
आज समाप्त होगा 'पलायन रोको नौकरी दो' का पहला चरण
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के साथ बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम, सुप्रिया श्रीनेत के अलावा पार्टी के कई अन्य नेता मौजूद रहे. इस मौके पर बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि 'पलायन रोको नौकरी दो' पदयात्रा का आज 26वां दिन है. पहला चरण आज समाप्त होगा. इस समस्या को बिहार से खत्म करना है. कांग्रेस की पदयात्रा को बढ़िया रिस्पांस मिला है.
'पलायन-बेरोजगारी के लिए बीजेपी जिम्मेदार'
विधानमंडल दल के नेता शकील खान ने कहा कि केंद्र और बिहार दोनों जगह एनडीए की सरकार है लेकिन डबल इंजन की सरकार में बिहार में पलायन-बेरोजगारी चरम पर है. बीजेपी जिम्मेदार है. यह समस्या बिहार में विकराल रूप ले चुकी है. पदयात्रा के माध्यम से समस्या को खत्म करना है.
युवाओं को हक दिलाने आए हैं: कन्हैया कुमार
कन्हैया कुमार ने कहा कि पलायन और बेरोजगारी को बर्दाश्त अब नहीं किया जाएगा. शोषित और वंचितों की आवाज अब दबाई नहीं जा सकती. पदयात्रा के दौरान हर जिले में युवाओं का साथ मिला. उनके मुद्दों को हम लोगों ने उठाया. जड़ से इस समस्या को खत्म करना है. युवाओं को उनका हक दिलाने आए हैं.