नायब सिंह सैनी के बयान के बाद बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को बयान जारी करना पड़ा. उन्होंने कहा था कि हमने कई बार कहा है कि एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ेगा. हालांकि, जायसवाल ने कहा था कि सीएम पद के लिए चुनाव परिणाम आने के बाद एनडीए दलों की संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला होगा. अब यहां जानने वाली बात ये है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीएम के लिए संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला होने की बात कही थी.
दरअसल, एनडीए का सीएम फेस कौन होगा ये बिहार की सियासत में इन दिनों तैर रहा है. बीजेपी को इस वक्त एक अहम फैसला करना है. वह नीतीश कुमार का खुलकर समर्थन करे और गठबंधन में साफ संदेश दे. वहीं, बीजेपी ये भी कर सकती है कि नीतीश कुमार के आलावा किसी कोई नया चेहरा सामने लाए. हालांकि, बीजेपी के सामने ऐसा करना बहुत आसान नहीं दिखाई दे रहा है.
बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा अटल बिहारी बाजपेयी की जंयती के अवसर पर एक कार्यक्रम में कहते हैं कि बिहार में बीजेपी का सीएम होना चाहिए. इस बयान के बाद जब सियासी घमासान मचा तो विजय सिन्हा ने अपने बयान पर सफाई दी. वहीं, पीएम मोदी जब बिहार के दौरे पर आए तो उन्होंने नीतीश कुमार को दुलारा सीएम कहकर संबोधित किया था. हालांकि, ये साफ नहीं किया था कि नीतीश कुमार ही एनडीए के सीएम फेस होंगे. केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी बिहार के दौरे पर आते हैं, लेकिन वह भी इस मामले में कुछ बयान देने से बचते हैं
बिहार बीजेपी के नेता अक्सर सीएम फेस को लेकर कुछ ना कुछ बयान दे देते हैं, लेकिन बाद में अपने ही बयानों पर सफाई भी देनी पड़ जाती है. वहीं, सम्राट चौधरी कहते हैं कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा. अब इन सब सियासी हालात को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि नीतीश कुमार के नाम पर दिल्ली से लेकर पटना तक बीजेपी में एकमत नहीं है!