SHEOHAR;दिव्यांगजनों के विशिष्ट पहचान हेतु पिपराही में यूडीआईडी कार्ड के लिए लगा विशेष जांच शिविर*
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SHEOHAR-/समाज कल्याण विभाग पटना और किशोर न्याय संरक्षणालय, पटना उच्च न्यायालय के निदेशानुसार जिले में 0 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक के दिव्यांग बच्चों के लिए पिपराही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रखंड स्तरीय दिव्यांगता पहचान शिविर का आयोजन किया गया है. यह शिविर 05 मई 2025 से 15 मई 2025 तक जिले के विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित किया जा रहा है. शिविर का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों की पहचान, उनके लिए दिव्यांगता प्रमाण पत्र और यूडीआईडी कार्ड निर्माण, जागरूकता फैलाने और विभिन्न हितधारकों के सहयोग से उनकी सहायता सुनिश्चित करना. विशेषज्ञ चिकित्सकों और मेडिकल बोर्ड द्वारा प्रारंभिक जांच है. शिविर में शुद्ध पेयजल, निर्बाध विद्युत और उचित बैठने की व्यवस्था किया गया था. आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सेविका, और पंचायत कर्मियों द्वारा बच्चों को शिविर तक लाने की व्यवस्था की जा रही है जिसमें आज लगभग 40 लोगों ने अपना इलाज कराया. शिविर सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक चली है. प्रखंड विकास पदाधिकारी आदित्य सौरभ ने शिविर में आये दिव्यांगों को सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी. इन योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए दिव्यांगजनों के पास यूडीआईडी कार्ड का होना जरूरी है. शिविर में यूडीआईडी के पोर्टल पर लंबित आवेदनों के साथ-साथ शत प्रतिशत दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड निर्माण एवं फलेरिया रोग से ग्रसित व्यक्तियों का भी दिव्यांग प्रमाण पत्र के लिए भी जांच की गयी. इस कार्ड के बनने से दिव्यांगों को कई फायदे होंगे। उन्हें कई योजनाओं का लाभ मिलने का रास्ता साफ हो जायेगा. दिव्यांगजन अपने यूडीआईडी कार्ड का उपयोग वित्तीय सहायता, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और रोजगार जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं और लाभों तक पहुंचने के लिए कर सकते हैं। आसान पहचान: यूडीआईडी कार्ड प्रत्येक दिव्यांग व्यक्ति को एक विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करता है। विशिष्ट विकलांगता पहचान पत्र (यूडीआईडी कार्ड) का मतलब है यूनिक डिसेबिलिटी आईडी कार्ड । यह भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) की एक पहल है । यूडीआईडी कार्ड दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक सामान्य पहचान पत्र प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे लाभ और सेवाओं का लाभ उठाने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जा सके। इसमें एक विशिष्ट आईडी नंबर, व्यक्तिगत विवरण और विकलांगता से संबंधित जानकारी शामिल है। भारत सरकार यूडीआईडी कार्ड रखने वाले सभी लोगों का डेटाबेस भी रखती है, जिससे उन्हें भविष्य में प्रासंगिक योजनाएं शुरू करने में मदद मिलेगी.
मौके पर बिडीओ आदित्य सौरभ,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अरविंद कुमार,प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमाशंकर साह,डॉ पीके तिवारी, फिजियोथैरेपी के डॉक्टर कुणाल कुमार,पुष्पांजलि कुमारी,विश्व विजय सिंह,एलएस अर्चना रूबी आदि मौजूद थे।