रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग
एनडीए की भारत सरकार और बिहार सरकार दोनों पर हमला करते हुए कहा कि यह भ्रष्टाचारी और दलित विरोधी सरकार है. केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सदन में अंबेडकर साहब को अपमानित करने का काम किया गया. वहीं कार्यक्रम में पशुपति पारस ने स्व० रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग की.
अंत में उन्होंने कहा कि मैं आज यही घोषणा करने के लिए आया था कि आज से एनडीए से हमारा कोई संबंध नहीं है. हम सभी 243 सीटों पर अपनी पार्टी की तैयारी करेंगे और हमारे कार्यकर्ता घूम-घूमकर संगठन को मजबूत करेंगे. चुनाव के समय में जो हमें सम्मान देगा उसके साथ हम जाएंगे और यह अकेले फैसला नहीं लेंगे. हमारे पार्टी के सभी नेता लोग मिल बैठकर यह तय करेंगे कि किसके पास जाना है, लेकिन अभी हम सभी सीटों पर तैयारी करेंगे.
वहीं पूर्व सांसद प्रिंस राज ने कहा कि हमारी सरकार बनेगी तो पहली कलम से उन दलित और गरीब को जेल से छुड़वाने का काम करेंगे, जिन्हें नीतीश सरकार में शराबबंदी के नाम पर जेल भिजवा दिया गया. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि आप भीम संवाद कर रहे हैं और शराबबंदी के नाम पर दलितों को जेल भेज रहे हैं.
'शराबबंदी कानून नहीं दलित विरोधी कानून है'
प्रिंस राज ने कहा कि दलितों पर जुल्म किया जारहा है. उनका यह शराबबंदी कानून नहीं दलित विरोधी कानून है. वहीं उन्होंने चिराग पासवान पर हमला करते हुए कहा कि आप दलित के हितैषी बनते हैं, तो अभी जो बिहार के दलितों पर जुल्म हो रहा है. शराबबंदी मामले में दलितों को सिर्फ टारगेट किया जाता है, इस पर आप क्यों नही बोलते हैं.