पुलिस ने तीन आरोपी को पकड़ा
पकड़े गए लोगों में पकरीबरावां थाना क्षेत्र के दिऔरा गांव निवासी अभय कुमार उर्फ पप्पू सिंह की पुत्री भवानी कुमारी व पकरीबरावां थाना क्षेत्र के असमां गांव निवासी सदन सिंह का पुत्र सुधांशु कुमार शामिल है. साथ ही भवानी के छोटे भाई को निरुद्ध किया गया है. एसपी अभिनव धीमान ने पुलिस कार्यालय में प्रेस वार्ता कर मामले की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि शव बरामदगी के बाद सदर एसडीपीओ हुलास कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया. विशेष टीम ने घटनास्थल के साथ ही शहर के विभिन्न जगहों पर सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया.
पूछताछ में तीनों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. भवानी ने बताया कि प्रवीण तीन साल पहले रोह में कोचिंग क्लास चलाते थे. उसी समय से प्रेम प्रसंग चलने लगा. वह शहर के न्यू एरिया में अपने छोटे भाई के साथ किराए के मकान में रहने लगी. इसी दौरान सुधांशु कुमार के साथ प्रेम संबंध बन गया. सुधांशु को पहले प्रेम प्रसंग के बारे में पता चला तो द्वेष में आकर वह भवानी के नंबर से प्रवीण से चैटिंग करने लगा और पहले का फोटो-वीडियो मंगवाने लगा. इसके बाद उसने प्रेमिका भवानी से मिलकर न्यू एरिया मोहल्ला स्थित किराए के मकान में बुलाया. फिर तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी.
प्रेमिका की मदद से सुधांशु ने प्रवीण से वाट्सएप पर चैटिंग की. इसके बाद वाट्सएप कॉलिंग कर उसे मिलने के लिए अपने कमरे में बुलाया. जैसे ही प्रवीण कमरे में घुसा, वैसे ही तीनों उस पर टूट पड़े फिर उसे रस्सी से बांध कर मुंह पर टेप साट कर उसकी जमकर पिटाई कर दी. इसके बाद गमछे से गला दबा कर उसे मार डाला. पूर्व से ही कमरे में पेट्रोल, बोरा, रस्सी, टेप आदि का इंतजाम कर लिया गया था. प्रवीण की हत्या करने के बाद भवानी के दूसरे प्रेमी सुधांशु व छोटे भाई ने मिलकर शव को ठिकाना लगाया.
उसके बाद प्रवीण की बाइक से ही दोनो बोरे में बंद शव को सिसवां मोड़ के सुनसान जगह पर लेते गए. फिर पेट्रोल छिड़ कर बाइक समेत शव को फूंक दिया. साथ ही साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से प्रवीण के पैन कार्ड, मोबाइल आदि जला दिया. जिसे गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर बरामद कर लिया गया. प्यार के जाल में फंसा प्रवीण अपनी प्रेमिका भवानी से मिलने चॉकलेट व सोनपापड़ी लेकर उसके कमरे में गया था, लेकिन उसे क्या पता था कि वहां कमरे में प्रेमिका की शक्ल में मौत इंतजार कर रही है.
घटना को अंजाम देने के बाद साक्ष्य को मिटाने की पूरी कोशिश की गई थी. शव और बाइक पूरी तरह से जल गए थे, जिससे शव की पहचान कर पाना मुश्किल हो रहा था, लेकिन बाइक के नंबर ने सारे खेल पर पानी फेर दिया. मृतक की पहचान होते ही तकनीकी अनुसंधान में परत दर परत खुल गया. पुलिस ने मोबाइल का सीडीआर खंगाला तो सारा माजरा साफ हो गया. साथ ही सीसीटीवी फुटेज की जांच में कई अहम जानकारियां हाथ लग गईं. इसके बाद पुलिस ने तीनों हत्यारों को धर दबोचा. फिर पूछताछ में तीनों ने सारी घटना पुलिस के सामने रख दी. पूछताछ में ये भी पता चला कि टीचर की प्रेमिका दारोगा की तैयारी कर रही थी और वो पुलिस में नौकरी करना चाहती थी.
प्रेमिका के मुताबिक, प्रवीण ने अचानक उससे ब्रेकअप कर लिया. जिससे वह खार खाए बैठी थी. जबकि सुधांशु अपनी प्रेमिका भवानी के पहले प्यार की जानकारी से द्वेष पाल रहा था. दूसरे प्रेमी ने भी अपनी प्रेमिका का भरपूर साथ दिया. कई दिनों से वह लगातार प्रेमिका के मोबाइल से प्रवीण के साथ वाट्सएप पर चैटिंग करता रहा, जिसकी जानकारी प्रवीण को नहीं थी. वह चैटिंग के जरिए फोटो व वीडियो मंगवाता रहा.
10 नवंबर की सुबह मिली थी लाश
गौरतलब है कि 10 नवंबर की सुबह सिसवां मोड़ के समीप बाइक समेत युवक की जली लाश बरामद की गई थी. मृतक की बाइक नंबर के आधार पर परिजनों से संपर्क किया गया था, जिसके बाद मृतक की पहचान हो सकी थी. शव पूरी तरह जल जाने के कारण शुरूआती दौर में यह बता पाना भी मुश्किल हो रहा था कि शव किसी पुरूष का है या फिर महिला का. बाइक नंबर के आधार पर पहचान की गई. इसके बाद मृतक की भाभी सुलोचना कुमारी ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई.