जनसुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह का नाम लगभग तय हो गया है, बस औपचारिक घोषणा होना बाकी है। पप्पू सिंह पूर्णिया लोकसभा सीट से दो बार भाजपा के सांसद रह चुके हैं और उन्होंने 2019 में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पप्पू यादव का समर्थन किया था, जिसके चलते पप्पू यादव पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव जीते थे। आज उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की घोषणा हो सकती है।
एक नए समीकरण की शुरुआत हो सकती है
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि पूर्व सांसद और पप्पू सिंह के जनसुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से बिहार की राजनीति में एक नए समीकरण की शुरुआत हो सकती है। उनकी राजनीतिक अनुभव और लोकप्रियता को देखते हुए यह बदलाव पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। पार्टी की रणनीति और दिशा में भी बदलाव आने की संभावना है। प्रशांत किशोर के साथ मिलकर, पप्पू सिंह बिहार की राजनीति में एक नए मोड़ की शुरुआत कर सकते हैं।
अपना शेखपुरा हाउस भी जनसुराज को दिया
बता दें कि पप्पू सिंह जन सुराज के स्थापना काल से ही खुलकर पार्टी सुप्रीमो प्रशांत किशोर का साथ देते आ रहे हैं। उन्होंने न केवल पार्टी का समर्थन किया है, बल्कि पटना में प्रशांत किशोर को पार्टी चलाने के लिए शेखपुरा हाउस भी दिया है। साथ ही, पटना में प्रशांत किशोर के आमरण अनशन के दौरान लग्जरी गाड़ी की चर्चा हुई थी, वह भी गाड़ी पप्पू सिंह की ही थी। इसके अलावा, जब भी प्रशांत किशोर सीमांचल दौरे पर आते हैं, तो पूर्णिया स्थित उदय सिंह के निजी आवास पर ही रुकते हैं।