मुजफ्फरपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कलियुगी पिता ने अपनी ही बेटी को मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं सबूत छिपाने के लिए लाश को जला कर राख कर दिया। हत्या के पांच दिन बाद गांव के चौकीदार को इस घटना की भनक लगी तो वह हैरान रह गए। इसके बाद चौकीदार ने खाने में केस दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की छानबीन की तो पता चला की लड़की की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके पिता ने ही की है। इसके बाद पुलिस ने शख्स के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि परिजनों का कहना है कि लड़की ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। लकड़ी के पिता ने डेड बॉडी को घर से उठा करके पीछे जला दिया और राख को गंगा में प्रवाहित कर दिया। इस घटना की चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है। आईए जानते हैं इस मामले के बारे में.
जिले के मुसहरी थाना क्षेत्र के डुमरी गांव में 24 अप्रैल को एक घर में पार्टी चल रही थी। यह पार्टी घर के मुखिया यानी लड़की के पिता ने दी थी। कारण यह था कि पार्टी के बहाने अपनी बेटी को मौत के घाट उतार देना है। सब कुछ प्लान के मुताबिक चल रहा था। अचानक आरोपी पिता ने पार्टी में डीजे की आवाज तेज कर दी। इसके बाद अपने सहयोगियों की मदद से बेटी पर जानलेवा हमला कर दिया। 18 साल की लड़की चिखती-चिल्लाती रही लेकिन पिता ने उसकी एक न सुनी और गला घोंट कर उसे मार डाला। इसके बाद बचने के लिए बेटी के शव को जला दिया। हालांकि मृत लड़की की मां ने बताया था कि बेटी ने कीटनाशक दवा खाकर सुसाइड कर ली थी। इसके बाद से समाज में इस बात की जानकारी नहीं लगे इसको लेकर के पिता ने दाह संस्कार कर दिया।
चौकीदार ने दर्ज कराई प्राथमिकीपुलिसिया जांच में पता चला कि हत्या के एक-दो दिनों तक किसी को भनक नहीं लगी। इसके बाद जब आरोपी की बेटी कहीं नहीं दिखाई तो लोगों को शक हुआ लेकिन वह डरे-सहमे होने के कारण कुछ बोल नहीं रहे थे। गांव में रहने वाले चौकीदार अनिल कुमार को इस घटना की भनक लगी। अनिल ने पहले अपने स्तर से मामले की जांच की इसके बाद थाने में प्राथमिक की दर्ज कराई। पुलिस ने गहन छानबीन के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।एक महीना पहले भागी थी बेटीपुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी की बेटी का प्रेम प्रसंग गांव के ही एक युवक से चल रहा था। लड़की अपने प्रेमी से शादी करना चाह रहा था लेकिन नरेश पंडित ऐसा नहीं चाह रहा था। इससे नाराज होकर करीब एक महीना पहले लड़की अपने घर से भाग गई थी। आरोपी ने बेटी की बरामदगी के लिए पुलिस से गुहार लगाई थी। पुलिस ने काफी खोजबीन के बाद लड़की को सुरक्षित ढूंढ निकाला। इसके बाद लड़की घर आई। घर में सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन किसी को पता भी नहीं था कि आरोपी इतनी बड़ी साजिश रचेगा। आखिरकार 26 अप्रैल को आरोपी ने अपनी बेटी को साजिश के तहत मौत के घाट उतार दिया। पूरे मामले में ग्रामीण एसपी विद्या सागर ने बताया कि घटना की पांच दिन बाद जानकारी पुलिस को मिली थी। इसके बाद मौके पर पहुंची तो लड़की की लाश पूरी तरह जल चुकी थी। इसके बाद आरोपी पिता को घर से गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल पर मामले की जांच कर रही है।