पीएमसीएच के उपाधीक्षक डॉक्टर अशोक कुमार ने कहा कि 13 बच्चियों को यहां भर्ती कराया गया था. इन लोगों को उल्टी और लूज मोशन की शिकायत थी. इलाज के दौरान दो की मौत हो गई है. जिन बच्चियों की मौत हुई है उनका नाम मोहिनी और गीता कुमारी बताया गया. अन्य 11 बच्चियों का इलाज चल रहा है. इन्हें खतरे से बाहर बताया गया है.
फूड पॉइजनिंग या कुछ और?
शुरुआती तौर पर फूड पॉइजनिंग की बात सामने आ रही है. हालांकि यह जांच और रिपोर्ट के बाद पता चल सकेगा कि कैसे क्या हुआ है. बच्चियां बीमार कैसे हुईं? क्या फूड पॉइजनिंग हो गया? इस पर पीएमसीएच के उपाधीक्षक ने कहा कि बीमार क्यों पड़ीं यह कह पाना अभी मुश्किल है. जांच चल रही है.
इस पूरे मामले में सचिवालय एसडीपीओ-2 साकेत कुमार ने बुधवार (13 नवंबर) को कहा कि 7 नवंबर को पहली बच्ची की मौत हुई थी. 10 नवंबर को दूसरी बच्ची की मौत हुई है. अभी जांच चल रही है. पूछताछ और अब तक की जांच में पता चला है कि बच्चियों ने खिचड़ी खाई थी. उसके बाद तबीयत बिगड़ गई. उल्टी होने लगी. लूज मोशन होने लगा. फिर सभी को अस्पताल ले जाया गया.
जांच के लिए कमेटी का किया गया गठन
साकेत कुमार ने कहा कि वैसे अन्य एंगल से भी जांच की जा रही है. पटना जिलाधिकारी ने जांच के लिए कमेटी का भी गठन किया है. फूड इंस्पेक्टर द्वारा शेल्टर होम के पानी और खाने का सैंपल लिया गया है. आसरा गृह में एक डॉक्टर, दो एएनएम की प्रतिनियुक्ति 17 तारीख तक के लिए कर दी गई है. 24 घंटे एंबुलेंस भी रहेगी.