हत्यारे को दबोचने में पुलिस के पसीने छूट गए, लेकिन जब तथ्य सामने आए तो सब के सब दंग रह गए. अपराधी इतना शातिर होगा किसी को इसका अनुमान तक नहीं था. हत्यारे पति ने छठ के दिन अपनी पत्नी की हत्या कर दी. उसने वारदात को फिल्मी तरीके से अंजाम दिया था. पत्नी की हत्या करने के बाद उसने पुलिस को फोन किया और उसे वही स्टोरी सुनाई. उसने पुलिस को बताया कि पत्नी दूसरे कमरे में थी और मैं और मेरा बेटा दूसरे कमरे में थे. तभी आवाज सुनाई दी. हम दूसरे कमरे में गए. चार अपराधी भागते दिखाई दिए. मैं पत्नी की तरफ भागा और पुलिस को जानकारी दी. घटना को ऐसे अंजाम दिया गया था की पुलिस को पति के ऊपर संदेह करने का कोई कारण नही दिख रहा था.
पुलिस अपराधियों द्वारा छोड़े गए एक सबूत तलाश रही थी, लेकिन वो भी हत्यारे पति ने नही छोड़े थे. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया कि घर के आसपास से कौन गुजरा है? हालांकि, छठ के दिन सैकड़ो लोग रास्ते से आ जा रहे थे तो किसी पर संदेह करके गिरफ्तार करना, पुलिस के लिए आसान काम नही था. पुलिस को कातिल तक पहुंचने के लिए अब एक ही रास्ता बचा था- वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान करने का. बेतिया एसपी शौर्य सुमन ने अपराधी को जल्द से जल्द दबोचने की अपने तेज-तर्रार अधिकारी सदर एसडीपीओ विवेक दीप को सौंपी. एसडीपीओ विवेक दीप घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्हें पति रोता हुआ दिखाई दिखा.
एसडीपीओ ने घर की जांच की तो 4 प्वाइंट मिले, जिससे वह समझ गए कि हत्यारा कोई और नहीं बल्कि घड़ियाली आंसू बहा रहा उसका पति ही है. पहला- हत्या के समय घर पूरी तरह से बन्द था तो अपराधी घर में कहां से आए थे. दूसरा- SDPO विवेक दीप यह देखकर दंग रह गए मृतका के सिर पर धारधार हथियार से वार किया गया है, लेकिन रूम में कहीं भी खून के छींटे नहीं थे. तीसरा- पुलिस ने देखा की डेडबाड़ी के समीप बेड पर सिर के समीप ही सिर्फ खून है और कहीं भी खून का एक बून्द नहीं गिरी थी. चौथा- 4 महीने पहले ही मृतका का एक करोड़ का एक्सीडेंटल बीमा कराया गया था. प्रॉपर्टी भी पत्नी के नाम पर थी. 5वां सबूत- पति के मोबाइल की जांच करने पर उसमें उसके प्रेमिका का भी नंबर मिल गया. इतने सबूत मिलने के बाद भी पुलिस हत्यारे पति को गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी.
एसडीपीओ को यह भी जानकारी मिली छठ घाट पर पत्नी के साथ पति नहीं गया था तो संदेह और बढ़ गया, लेकिन गिरफ्तार करने के लिए ये सबूत पर्याप्त नही थे. FSL की टीम के द्वारा जांच की गई तो दूध का दूध और पानी का पानी अलग अलग हो गया. शातिर अपराधी ने अपनी पत्नी की हत्या घर के बरामदे में की थी और शव को एक कमरे में बेड पर रख दिया था. घर के बरामदे को पूरी तरह से सफाई करने के बाद पुलिस को सूचना दी थी. FSL की टीम को बरामदे के टाइल्स के बीच लाइनिंग में खून के अंश मिले. फिर बारीकी से जांच हुई तो खून के धब्बे मिले. वाशरूम ते पाइप की जांच की गई, उसमें भी खून मिला.
अब बारी थी शातिर हत्यारे से पूछताछ की. पुलिस की पूछताछ में शातिर पति ने खुलासा किया तो पुलिस को लगा की वह फिल्म देख रही है. शातिर अपराधी ने बताया कि वह अपनी प्रेमिका के साथ बेतिया छोड़ दूसरे शहर जाना चाहता था. वहां अपनी दूसरी दुनिया बसाना चाहता था. इसके लिए उसको करोड़ों रूपये चाहिए थे, इसलिए उसने अपनी पत्नी का 4 महीने पहले एक करोड़ का एक्सीडेंटल बीमा कराया. इसके अलावा पत्नी के नाम पर जितनी प्रॉपर्टी थी, उसे बेचने के लिए ग्राहकों से बात कर ली थी. पत्नी की हत्या की तारीख 4 महीने पहले तय कर चूका था. इतना जानने के बाद पुलिस के होश उड़ गए. एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि हत्या की ऐसी प्लानिंग की जाएगी, ये सोच से परे था.