नई दिल्ली: बात नवंबर 2022 की है। कारोबारी जगत में अचानक हलचल बढ़ गई थी। अटकलें लगने लगीं कि टाटा समूह बिसलेरी इंटरनेशनल को खरीदने वाला है। पहला कारण था इसके संस्थापक रमेश चौहान की ढलती उम्र। दूसरा, इकलौती बेटी जयंती चौहान का कंपनी संभालने में इच्छुक नहीं होना। हालांकि, समय बलवान था। टाटा के साथ बिसलेरी का सौदा नहीं हो पाया। इस बीच जयंती का मन भी बदल गया। उन्होंने पिता की उत्तराधिकारी बनकर इस कंपनी के नेतृत्व का फैसला किया। आज जयंती बेवरेज सेगमेंट में मुकेश अंबानी और रतन टाटा को टक्कर देती हैं।बिसलेरी इंटरनेशनल की चीफ हैं जयंती
जयंती चौहान बिसलेरी इंटरनेशनल की प्रमुख हैं। पिछले साल उन्होंने नए कार्बोनेटेड बेवरेज शुरू करने का ऐलान किया था। ये तीन नए सब-ब्रांड रेव, पॉप और स्पाइसी जीरा हैं। तीनों कोला, ऑरेंज और जीरा कैटेगरी को पूरा करते हैं। इनके जरिये बिसलेरी की प्रोडक्ट रेंज में विस्तार किया गया है। इसमें पहले से ही बिसलेरी लिमोनाटा ब्रांड के तहत कार्बोनेटेड बेवरेज शामिल है। बिसलेरी ने इन नए प्रोडक्टों को प्रमोट करने के लिए अलग-अलग डिजिटल और सोशल मीडिया मार्केटिंग कैपेंन भी शुरू किए हैं।
न्यूयॉर्क, दिल्ली और मुंबई में पली-बढ़ीं
जयंती चौहान न्यूयॉर्क, दिल्ली और मुंबई में पली-बढ़ी हैं। उन्होंने लॉस एंजिल्स में फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड मर्केंडाइजिंग (एफआईडीएम) से ग्रेजुएशन किया है। इसके अलावा उनके पास इस्टिटुटो मारांगोनी मिलानो से फैशन स्टाइलिंग में डिग्री है। उन्होंने लंदन कॉलेज ऑफ फैशन से फैशन फोटोग्राफी और स्टाइलिंग में पढ़ाई पूरी की है।
सॉफ्ट ड्रिंक सेक्टर में मुकेश अंबानी को टक्कर
सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट में बिसलेरी के विस्तार से पहले अरबपति मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस की कैम्पा कोला ब्रांड के तहत अपना खुद का सॉफ्ट ड्रिंक लॉन्च करने की योजना थी। इसमें प्योर ड्रिंक्स ग्रुप का अधिग्रहण शामिल था। बिसलेरी की एंट्री से सॉफ्ट ड्रिंक इंडस्ट्री में रिलायंस को चुनौती मिलेगी।
रतन टाटा से भी कॉम्पिटिशन
बिसलेरी के साथ सौदा रद्द होने के बाद टाटा समूह ने टाटा कॉपर+ और हिमालयन जैसे अपने मिनरल वाटर ब्रांडों में भारी निवेश करने का फैसला किया। नतीजतन, 7000 करोड़ रुपये के व्यापारिक साम्राज्य की एकमात्र उत्तराधिकारी जयंती चौहान मुकेश अंबानी की रिलायंस और रतन टाटा की अगुवाई वाले टाटा समूह के तहत आने वाली कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा में हैं।