वहीं सांसद डॉक्टर संजय जायसवाल ने भी प्रशांत किशोर के फ्लॉप रैली पर तंज कसा है. सांसद ने हमला बोलते हुए कहा है कि एक चार्टर अकाउंटेंट अगर उद्योगपति बनने का सपना देखेगा, तो उसका जो हश्र होगा, वही हश्र प्रशांत किशोर का हुआ है. प्रशांत किशोर बिहार में मुख्यमंत्री बनने का सपना लेकर राजनीति में आए हैं. कल पटना के गांधी मैदान में प्रशांत किशोर का जो रैली फ्लॉप हुआ है, उसके साथ ही प्रशांत किशोर का मुख्यमंत्री बनने का सपना का समापन हो गया है. रणनीतिकार से पार्टी बनाना और फिर मुख्यमंत्री का सपना देखना प्रशांत किशोर के अरमानों पर जनता ने कल पानी फिर जाना. यह दर्शाता है कि बिहार की जनता ने प्रशांत किशोर का सपना चूर-चूर कर दिया है.
इसके अलावा जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि खोदा पहाड़ निकली चुहिया, राजनीति के पापड़ पहलवान निकले प्रशांत किशोर. इन्होंने दावा किया था कि गांधी मैदान भर जाएगा. इन्होंने गांजा पीने के लिए कहा, राजनीति के बेशर्म लोग बिहार की आबोहवा को ख़राब करना चाहते हैं. कभी शराब बंदी ख़त्म कर देंगे, गांजा पीने की सलाह देते हैं. आर्थिक जालसाज़ है. 13 कंपनियां तेलंगाना की है, जिसका कुल पूंजी 5 करोड़ है और चंदा 14 करोड़ दिया जा रहा है.
इसके आगे नीरज कमार ने कहा- राष्ट्रीय अध्यक्ष लापता कोषाध्यक्ष लापता इसलिए क़लई खुल गई. जितना मॉर्निंग वाक और ईवनिंग वॉक में लोग घूमते हैं, उतना लोग आए. राजनीति का नमक हराम है यह व्यक्ति नीतीश कुमार का अन्न खाया है और नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ शाब्दिक मर्यादा तोड़ रहा है. 2019 में और 2024 में कौन चुनाव जिताया नीतीश कुमार को.
वहीं राजद एमएलसी उर्मिला ठाकुर ने प्रशांत किशोर की रैली को लेकर कहा 'प्रशांत किशोर भाजपा की बी टीम है. यह लोगों को पता चल चुका है. बिहार की जनता बहुत समझदार है. एजेंट के साथ नहीं रहती है. जनता की भीड़ इसलिए रैली में नहीं पहुंची. प्रशांत किशोर अनशन करने के लिए वैनिटी वैन लेकर पहुंचते हैं. प्रशांत किशोर को कौन फंडिंग कर रहा है, यह जनता समझ चुकी है. बीजेपी के फाइनेंसर इनको फंडिंग कर रहे हैं. तेजस्वी प्रसाद यादव की सुनामी है.
इसके अलावा बिहार सरकार क पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा 'प्रशांत किशोर की रैली फ्लॉप रही. प्रशांत किशोर को अपनी सोच में बदलाव लाना पड़ेगा. पैसे के दम पर राजनीति नहीं हो सकती है. जमीन पर बिना उतरे, पैसे पर राजनीति नहीं हो सकती है. प्रशांत किशोर ने गांधी जी का अपमान किया है. बिहार बापू की आंदोलन की कर्मभूमि है. पीके ने बापू के आदर्शों का अपमान किया. शराबबंदी कानून खत्म करने की बात करके.