मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पलटने का आरोप लगता रहा है। जब वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से निकले तो भारतीय जनता पार्टी यह आरोप लगा रही थी और जब-जब वह महागठबंधन से निकले तो राष्ट्रीय जनता दल ने यह आरोप लगाया। लेकिन, अब सीएम नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने खुले मंच से केंद्रीय मंत्री की ओर इशारा करते हुए साफ-साफ बता दिया कि इनके कारण एनडीए से निकले थे और जब इन्हें समझ में आया तो वापस एनडीए में आ गए।
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह इस बार हतप्रभ रह गए
मधुबनी में पीएम मोदी की सभा में मंच पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी भी थे और चिराग पासवान भी। भाजपा के तमाम मंत्री तो थे ही, जनता दल यूनाईटेड कोटे के कद्दावर मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह भी थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत-अभिवादन करने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने अपनी बात रखनी शुरू की। सारी बातों पर तालियां बज रही थीं, लेकिन एक बात सुनकर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह हतप्रभ रह गए। सीएम नीतीश कुमार ने उनकी ओर इशारा करते हुए साफ-साफ बता दिया कि इन्हीं की वजह से एनडीए से निकले थे।
सीएम नीतीश कुमार ने आखिर कही क्या बात?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रौ में थे। उन्होंने केंद्र और राज्य में एनडीए सरकार की चर्चा करते हुए कहा- "हम लोग एक ही साथ रहे हैं। बीच में हम गड़बड़ कर दिये... हमारे पार्टिया वाला... (ललन सिंह की ओर इशारा करते हुए) यहीं तो बैठे हुए हैं। इन्हीं से पूछिए। वह तो बाद में इन्हीं (ललन सिंह) को लगा कि वह गड़बड़ है, इसलिए उसको (लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल) छोड़ दीजिए। अब हम लोग कभी उसके साथ नहीं जा सकते हैं। सब गड़बड़ किया है। उनके खिलाफ ही हम लोग लड़े थे पहली बार 2005 में। इतना बढ़िया से लड़े थे! यह तो अध्यक्ष (ललन सिंह, जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष) थे हमारे पार्टी के।