Bihar New Parties: बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है, क्योंकि जनता के पास इस बार पहले की अपेक्षा और अधिक दलों को वोट करने का मौका मिलने वाला है. इस चुनाव से पहले प्रदेश में तीन राजनीतिक दलों को जन्म हो चुका है, इनमें से एक- प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी तो दूसरी- आरसीपी सिंह की 'आसा' यानी 'आप सबकी आवाज' और तीसरी- शिवदीप लांडे की ‘हिंद सेना’. यह तीनों दल पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. इनमें भी पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे की ‘हिंद सेना’ पार्टी सबसे नई-नवेली है. शिवदीप लांडे ने आज (मंगलवार, 08 अप्रैल) को ही अपने राजनीतिक दल ‘हिंद सेना’ को लॉन्च किया है. वह पिछले काफी समय से सियासत में आने को बेताब थे. पहले कयास लगाए जा रहे थे कि वह प्रशांत किशोर की जन सुराज ज्वाइन कर सकते हैं.हालांकि, आखिरी समय में शिवदीप लांडे ने अपनी पार्टी का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि हमारे खून के हर कतरे में ‘हिन्द’ है, इसलिए पार्टी का नाम ‘हिंद सेना’ रखा गया है. उन्होंने कहा कि मेरी ‘हिंद सेना पार्टी’ का उद्देश्य जात-पात, धर्म और वोट बैंक की राजनीति से हटकर एक साफ-सुथरी व्यवस्था देना है. उन्होंने आगे कहा कि अब बिहार को एक नया नेतृत्व चाहिए, जो ईमानदारी, ऊर्जा और विकास की बात करे, न कि जनता को पुराने नारों से बहकाए. वहीं पूर्व केंद्रीय आरसीपी सिंह ने पिछले साल 12 नवंबर, 2024 को अपनी पार्टी की रूपरेखा तय की थी. आरसीपी सिंह ने अपनी पार्टी का नाम 'आसा' यानी 'आप सबकी आवाज' रखा है. आरसीपी सिंह ने बिहार में अपनी पार्टी की जिम्मेदारी प्रीतम सिंह को सौंपी है, यानी उन्हें बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है.
उधर पीके ने जन सुराज पार्टी को पिछले साल गांधी जयंती यानी 02 अक्टूबर को लॉन्च किया था. पार्टी को लॉन्च करने से पहले पीके ने काफी मेहनत की और बिहार के गांव-गांव घूम-घूमकर माहौल तैयार किया. उन्होंने अपनी पार्टी का पहला कार्यकारी अध्यक्ष भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी मनोज भारती को बनाया है. जन सुराज ने हाल ही में हुए उप-चुनावों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी. हालांकि, वह सिर्फ वोटकटवा साबित हुई और उसकी वजह से उपचुनावों में महागठबंधन (खास तौर पर राजद) को काफी नुकसान हुआ था. 4 सीटों पर हुए उपचुनावों में एनडीए ने क्लीन स्वीप किया था.