पढ़ाई-लिखाई के बारे में जानने के लिए एसीएस डॉ. एस सिद्धार्थ ने पूर्वी चंपारण के हरसिद्धि प्रखंड के जीएमएस मुरारपुर के शिक्षक को फोन लगाया. एसीएस ने पूछा कि रितेश कुमार वर्मा जी बोल रहे हैं? इस पर जवाब आया, जी सर. एसीएस ने कहा कि रितेश जी स्कूल में हैं क्या? इस पर शिक्षक को जवाब देने में पसीना छूटने लगा क्योंकि वह स्कूल में नहीं थे. शिक्षक ने जवाब दिया, "दो मिनट में आ रहे हैं सर."
'दुकान पर क्या कर रहे थे… वीडियो ऑन करिए
जैसे ही एस सिद्धार्थ को लगा कि शिक्षक स्कूल में नहीं हैं तो सवाल-जवाब करने लगे. उन्होंने फिर पूछा कि किधर घूम रहे हैं? शिक्षक ने जवाब दिया, "दुकान पर गए थे. आ ही गए सर." एस सिद्धार्थ ने कहा कि दुकान पर क्या कर रहे थे आप? स्कूल में मन नहीं लग रहा है? वीडियो ऑन करिए. आप दुकान पर क्या कर रहे थे? आप स्कूल में टाइम पर नहीं जाते हैं क्या? ये तो यही हुआ न कि आप अटेंडेंस बनाए आराम से सुबह और घर भाग गए.
एस सिद्धार्थ ने कहा कि 11.30 बज रहा है और आप स्कूल में नहीं हैं. इस पर शिक्षक ने जवाब दिया कि 30 किलोमीटर घर है सर. फिर एस सिद्धार्थ ने कहा कि दूसरे टीचर से बात कराइए. इसी तरह और भी स्कूलों में वीडियो कॉल के जरिए एस सिद्धार्थ ने बात की. उन्होंने शिक्षकों को दिशा-निर्देश भी दिया.