**योगोत्सव 2025' शिवहर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित योगोत्सव कार्यक्रम का हुआ समापन**
*करीब 2000 लोगों ने एक साथ किया योग, समाज और छात्रों में जगी नई ऊर्जा*
Today sheohar news
शिवहर, बिहार | 26 मई 2025
गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, शिवहर में आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय ‘योगोत्सव 2025’ का आज अद्वितीय और भव्य समापन हुआ। यह कार्यक्रम जो कि 24-26 मई तक चला, भारत सरकार के आयुष मंत्रालय एवम मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान नई दिल्ली के संयुक्त समन्वय की देन थी, जो कि अंतराष्ट्रीय योग दिवस के 100 दिन पूर्व से चलने वाले कार्यक्रम का एक अंग था। यह कार्यक्रम अंतराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के ठीक 26 दिन पूर्व आयोजित किया गया। सुबह 5 बजे से 8 बजे तक चले सामूहिक योग सत्र में कॉलेज के छात्रों, शिक्षकों के साथ-साथ छतौना-बिशुनपुर पंचायत के सभी गाँवों से लगभग 1500 से भी अधिक की संख्या में लोगों ने भाग लिया। चारों ओर “ॐ शांति” और सकारात्मक ऊर्जा की गूंज थी, जिसमें तन-मन आत्मिक रूप से तरोताजा हो गया।
**मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे*
श्री पांडेय, कमांडेंट, 20वीं बटालियन, सशस्त्र सीमा बल, सीतामढ़ी (विशिष्ट अतिथि)
बी.के. भारती दीदी, प्रमुख, ब्रह्माकुमारी संस्थान, शिवहर (गेस्ट ऑफ हॉनर )
माननीय मुखिया, छतौना-बिशुनपुर पंचायत, शिवहर (अतिथि)
इन सभी विशिष्ट अतिथियों ने योग के माध्यम से मानसिक शांति, अनुशासन और आध्यात्मिक जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया।
बी.के. भारती दीदी ने अपने मधुर स्वरों में “ॐ शांति” का उच्चारण करते हुए कहा –
"योग केवल शरीर की कसरत नहीं है, यह आत्मा की शुद्धि और जीवन की साधना है। जब मन शांत होता है, तभी सच्चा विकास होता है। आज का यह आयोजन हमें आत्म-जागरण की ओर ले जा रहा है।"
मुख्य अतिथि श्री पांडेय ने कहा
सशस्त्र बलों में योग का महत्व अनमोल है। यह अनुशासन, सहनशक्ति और मनोबल को बढ़ाता है। मैं इस कॉलेज में हो रहे इस योगोत्सव को देखकर अभिभूत हूँ। यह समाज के हर वर्ग को जोड़ने वाली प्रेरणादायक पहल है।
मुखिया जी ने कहा –
"हमारे गाँव के लोग इस कार्यक्रम से जुड़कर गौरवान्वित हैं। यह आयोजन गाँव और शहर के बीच की दूरी को खत्म करता है और एक सामूहिक चेतना जगाता है।"
आज के योग सत्र का नेतृत्व किया:
डॉ. यू.सी. उषाकर, योग प्रशिक्षक, जीईसी शिवहर
सुश्री मालविका, योग प्रशिक्षिका, जीईसी वेस्ट चंपारण
दोनों प्रशिक्षकों ने सरल भाषा और व्यावहारिक विधियों से योगाभ्यास कराया, जिसे सभी ने बड़े उत्साह से अपनाया।
प्रतियोगिताओं का समापन एवं सम्मान समारोह:
इसके पश्चात् योग क्विज, डिबेट, रंगोली, पेंटिंग आदि प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र (सर्टिफिकेट) देकर सम्मानित किया गया। सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। साथ ही राज्य स्तरीय योगा प्रतियोगिता का आयोजन भी अभूतपूर्व रहा।
**कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केशवेंद्र चौधरी ने इस समापन अवसर पर कहा **
योग केवल एक क्रिया नहीं, यह चेतना का विस्तार है। इस आयोजन ने साबित कर दिया कि तकनीकी शिक्षा के साथ योग और आत्मिक अनुशासन छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए अनिवार्य है।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केशवेंद्र चौधरी न केवल एक शिक्षाविद हैं, बल्कि योग के दृढ़ समर्थक और प्रचारक भी हैं। उन्होंने 'योगोत्सव 2025' के आयोजन में न सिर्फ मार्गदर्शन दिया, बल्कि शुरुआत से लेकर समापन तक हर क्षण छात्रों और आयोजन टीम के साथ उपस्थित रहकर स्वयं एक प्रेरणा-स्तम्भ की भूमिका निभाई।
उनके विचारों में था –
शिक्षा का उद्देश्य केवल तकनीकी ज्ञान देना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों को मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से सक्षम बनाना है। योग उस पुल का कार्य करता है जो छात्रों को संपूर्ण व्यक्तित्व की ओर ले जाता है। मुझे गर्व है कि हमारे कॉलेज में ऐसा आयोजन हुआ जिसने समाज और शिक्षा को एक मंच पर जोड़ दिया।
उनका यह दृढ़ संकल्प और निरंतर उपस्थिति सैक टीम और छात्रों के लिए लगातार ऊर्जा का स्रोत बनी रही। उन्होंने पूरे आयोजन को एक आध्यात्मिक उत्सव के रूप में देखा और यह सुनिश्चित किया कि हर सहभागी को न केवल मंच मिले, बल्कि अनुभव भी मिले।
छात्र गतिविधि परिषद् (सैक) के सह समन्वयक एवम् योगोत्सव २०२५ के आयोजन सचिव प्रो. श्री राजू कुमार शर्मा ने भावुक होते हुए कहा –
जब गाँव से लेकर कॉलेज तक, छात्र से लेकर बुजुर्ग तक सब एक साथ योग करें – तो वह सिर्फ कार्यक्रम नहीं, एक आंदोलन बन जाता है। 'योगोत्सव 2025' सिर्फ एक आयोजन नहीं रहा, यह हमारी चेतना में बस गया है। मैं अपनी सैक टीम – अनिकेत कुमार, शुभम कुमार, रागिनी कुमारी और देवेंद्र कुमार की मेहनत को सलाम करता हूँ, जिन्होंने दिन-रात एक कर दिया।
इस आयोजन को सफल बनाने में सैक टीम एवं का अतुलनीय योगदान:
प्रो. आदित्य नारायण पांडे,, प्रो. राजू कुमार शर्मा,प्रो. सिराज अहमद तथा के नेतृत्व में सैक की टीम – अनिकेत कुमार, शुभम कुमार, रागिनी कुमारी, देवेंद्र कुमार व विकास कुमार
और दोनों कॉलेज के योगा इंस्ट्रक्टर डॉ यू सी उषाकरऔर मिस मालविका योगा इंस्ट्रक्टर जीईसी वेस्ट चंपारण आदि ने पूरे कार्यक्रम को शानदार रूप से संचालित किया। प्रो विनय शंकर कुमार,एन एस एस प्रभारी, जी ई सी शिवहर का पार्श्व सहयोग भी काफी सराहनीय रहा। इनके समर्पण, प्रबंधन और टीमवर्क ने योगोत्सव को एक ऐतिहासिक सामाजिक चेतना उत्सव में बदल दिया।
सीता मुरली नवसृष्टि फाउंडेशन ने इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया। उनका संदेश –
**जहां योग है, वहां नवसृष्टि है – और जहां नवसृष्टि है, वहां सेवा है।**