पीएम मोदी ने कहा, "भारत के ड्रोन्स और मिसाइलों ने सटीकता के साथ हमला किया. पाकिस्तानी वायुसेना के उन एयरबेस को नुकसान पहुंचाया, जिन पर पाकिस्तान को बहुत घमंड था. भारत ने पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया, जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था. भारत की आक्रमक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा और बुरी तरह पिटने के बाद 10 मई के दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे DGMO को संपर्क किया."
पीएम मोदी ने कहा, "पाकिस्तान के सीने पर बसाए गए आतंक के अड्डों को हमने खंडर बना दिया था. इसलिए जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई और पाकिस्तान की तरफ से ये कहा गया कि उसकी ओर से आगे कोई आतंक की गतिविधि और सैन्य दुश्साहस नहीं दिखाया जाएगा तो भारत ने भी उस पर विचार किया."
पाकिस्तान को चेताते हुए पीएम मोदी ने कहा, "पानी और खून साथ-साथ नहीं बहेंगे. न्यूक्लियर की आड़ में आतंक नहीं सहा जाएगा. कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहीं सहन करेंगे."
पीएम मोदी ने कहा, "भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर, उनके ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया. आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है, लेकिन जब देश एकजुट होता है, नेशन फर्स्ट की भावना से भरा होता है, राष्ट्र सर्वोपरि होता है, तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं. परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं."
पीएम मोदी ने कहा, "मैं आज विश्व समुदाय को भी कहूंगा, मेरे अगर पाकिस्तान से बात होगी तो टेरर पर ही होगी. अगर पाकिस्तान से बात होगी तो पीओके पर ही होगी."