पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का दिया साथ'
एयर मार्शल एके भारती ने कहा, "हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ थी इसलिए हमने 7 मई को केवल आतंकवादी ठिकानों पर ही हमला किया था. अफसोस इस बात का है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ देना उचित समझा और इस लड़ाई को अपनी लड़ाई बना ली. इस परिस्थिति में हमारी जवाबी कार्रवाई बहुत जरूरी थी और इसमें उनका जो भी नुकसान हुआ, वो खुद इसके लिए जिम्मेदार हैं. हमारी एयर डिफेंस सिस्टम देश के लिए दीवार की तरह खड़ी थी और इसको भेदना दुश्मन के लिए नामुमकिन था."
हमारे एयरफील्ड हर प्रकार से ऑपरेशनल'
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, "जो दुर्दशा आपने पहले और कल पाकिस्तान एयरफील्ड की देखी और एयर मार्शल की प्रस्तुति आज देखी. हमारे एयरफील्ड हर प्रकार से ऑपरेशनल है. पाकिस्तान के ड्रोन हमारे ग्रिड के कारण नष्ट हुई. मैं यहां पर अपने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की सहराना करता हूं, जिसके कारण पाकिस्तान की नापाक हरकतों का विनाश किया गया."
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की एयर डिफेंस कार्रवाई को हमें एक संदर्भ में समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा, "पिछले कुछ सालों में आतंकी गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था. अब हमारी सेना के साथ-साथ निर्दोष लोगों पर भी हमला हो रहा था. 2024 में शिवखोड़ी मंदिर की ओर जाने वाले तीर्थयात्री और इस साल अप्रैल में पहलगाम में मासूम पर्यटक को निशाना बनाया गया."
'पहलगाम तक भर चुका था पाप का घड़ा'
उन्होंने कहा, "पहलगाम तक उनका पाप का घड़ा भर चुका था, क्योंकि आतंकियों पर हमारे सटीक हमले एलओसी (LOC) और आईबी (IB) को पार किए बना किए गए थे. हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान का हमला भी सीमा पार से ही होगा इसलिए हमने एयर डिफेंस की तैयारी की थी. जब 9-10 मई को पाकिस्तान की वायुसेना ने हमारे एयर फील्ड और लॉजिस्टिक इंस्टॉलेशन पर हमला किया तो वे इस मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने विफल हुए.