बेटे के इस सपने को पिता ने पूरा करने का मन बनाया। उन्होंने अहमदाबाद की एसके कंपनी से हेलीकॉप्टर की बुकिंग के लिए संपर्क किया। कंपनी ने साढ़े 12 लाख रुपये हेलीकॉप्टर ले जाने के लिए मांगा। बेटे की खुशी के लिए पिता जितेंद्र सिंह गोहिल ने हेलीकॉप्टर कंपनी को पैसा जमा किया। जिसके बाद हेलीकॉप्टर पहले लड़के के गांव में पहुंचा। इससे पहले लड़के के पिता ने जिला प्रशासन, पुलिस और फायर बिग्रेड से एनओसी सहित जरूरी दस्तावेज तैयार किया।
इसे लेकर दो हैलीपेड बनाया गया। एक लड़का और दूसरा लड़की के गांव में हैलीपैड बनवाया गया। वही हैलीपैड के आस-पास पुलिस कर्मियों की भी तैनाती की गयी थी। 14 अप्रैल को दोपहर 2:15 बजे हेलीकॉप्टर दूल्हे के गांव चौंसला में उतारा गया। शाम 5:20 बजे इस हेलीकॉप्टर पर सवार होकर दूल्हा लड़की के घर इंगोरिया रवाना हुआ। बारात लगने के बाद जयमाला और शादी की रस्में पूरी की गयी।
बारातियों के रात्रि विश्राम के शादी के अगले दिन 15 अप्रैल को दुल्हन को लेकर हेलीकॉप्टर में बिठाकर दूल्हे राजा अपने गांव पहुंचा। दोनों जगहों पर हेलीकॉप्टर पर सवार दूल्हे राजा को देखने के लिए लोगों क हुजूम उमड़ पड़ा। पूरे इलाके में इस शादी की चर्चा होने लगी। दूल्हे राजा अपनी दुल्हनियां को लेकर अपने घर हेलीकॉप्टर से पहुंचा तब कहा कि मैं काफी खुश हूं। हेलीकॉप्टर से बारात ले जाना और दुल्हन को हेलीकॉप्टर से घर लाना मेरे लिए किसी सपने से कम नहीं था। मेरे इस सपने को पापा ने पूरा किया है। मुझे अपने पापा पर गर्व महसूस हो रहा है