पटना: राहुल गांधी के बिहार दौरे से ठीक एक दिन पहले कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल की कोशिशें तेज कर दी हैं। इसी कड़ी में बिहार प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष राजेश कुमार राम और बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने रविवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की. यह बैठक राबड़ी देवी के आवास पर करीब 20 मिनट तक चली. मुलाकात के बाद दोनों कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि यह बैठक INDIA गठबंधन की मजबूती और आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर हुई है. उन्होंने दावा किया कि गठबंधन एकजुट है और भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए पूरी ताकत से मैदान में उतरेगा.राजेश कुमार राम ने कहा, "हमारी तेजस्वी यादव से मुलाकात बहुत ही सकारात्मक रही. हम लोग इस जनविरोधी सरकार के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे और सरकार बनाएंगे." जब उनसे मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा, "इस विषय पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. हम आगे बैठक कर इस पर चर्चा करेंगे."
वहीं, कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पर परोक्ष रूप से समर्थन जताया. उन्होंने कहा, "जब वे नेता प्रतिपक्ष हैं तो स्वाभाविक रूप से जनता और गठबंधन का विश्वास उनके साथ है." शकील अहमद ने यह भी कहा, "हम लोग इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे. जनता बदलाव चाहती है और INDIA गठबंधन ही एकमात्र विकल्प है."
यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब कांग्रेस के बिहार प्रभारी के कुछ बयानों से गठबंधन में खटास की अटकलें लगाई जा रही थीं. अब राहुल गांधी के बिहार दौरे से पहले कांग्रेस ने यह स्पष्ट संकेत देने की कोशिश की है कि पार्टी गठबंधन को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.