एनएमसीएच, एम्स पटना, आईजीआईएमएस व पीएमसीएच जैसे सरकारी अस्पताल अपने यहां आने वाले आशंकित मरीजों की जांच कर रहे हैं, इसके अलावा कई निजी पैथोलॉजी ने भी आरटी-पीसीआर जांच शुरू कर दी है. कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने का कारण आमजन द्वारा कोरोना अनुकूल व्यवहार यानी शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं करना, मास्क व हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग नहीं करना माना जा रहा है. अस्पतालों तक में मरीज अभी इसे लेकर सचेत नहीं है.
राजधानी में बड़ी संख्या में लोग सर्दी-खांसी, सिर-बदन दर्द व बुखार से पीड़ित हो रहे हैं. लेकिन वे इसका कारण नित बदलते मौसम को मान कर उपचार करा रहे हैं. यह वायरस नाक, आंखों और मुंह से होकर शरीर में प्रवेश करता है. हमारे हाथ इसका मुख्य साधन हो सकते हैं, जो हमारे मुंह, नाक और आंखों तक वायरस को पहुंचा सकते हैं. जितनी बार संभव हो 20 सेकंड तक साबुन के पानी से हाथ धोना संक्रमण को रोकने में मदद करता है.