इंडिविजुअल परस्यूट साइक्लिंग प्रतियोगिता में पदक पर कब्जा जमाने वाली बेटी के माता पिता गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि साइकलिंग खेल में बेटी ने बिहार का नाम रोशन किया है. सुहानी की सफलता पर बधाई मिलने का सिलसिला जारी है. बताया जाता है कि सुहानी के पास खुद की साइकिल नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से 11 लाख रुपये की प्रोफेशनल साइकिल उपलब्ध कराना सुहानी के लिए वरदान साबित हुआ.
साइक्लिस्ट सुहानी ने बढ़ाया बिहार का मान
उन्होंने माना कि समर्थन नहीं मिलने पर सफलता की इबारत लिखना संभव नहीं था. बता दें कि स्पोर्ट्स में हरियाणा, पंजाब, ओडिशा और दक्षिण भारत का दबदबा था. मुख्मयंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में खेल संरचनाओं को मजबूत करने का फैसला लिया. खेल प्रतिभाओं को निखारने का नया अवसर दिया गया. राज्य सरकार ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए 'मेडल लाओ, नौकरी पाओ' जैसी योजना शुरू की. 'मशाल अभियान' के जरिए सरकारी स्कूलों में खेल प्रतिभाओं की खोज का कार्यक्रम चलाया गया.
खेलो इंडिया गेम्स में पदक किया अपने नाम
खेल नीति को सरकार ने बढ़ावा दिया. बिहार में खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी से खिलाड़ियों को हुनर दिखाने का मंच मिला. खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने की ओर तेजी से कदम बढ़ाए गए. सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर खिलाड़ी बिहार का नाम रोशन कर रहे हैं. साइक्लिंग प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश ने सुहानी को 11 लाख रुपये की साइकिल उपलब्ध कराई.