जिसमें वो ये कहते हुए सुनाई दे रहे है, “राजाओं महाराजाओं का राज था जो भी वह चाहते थे वह कर देते थे किसी की जमीन चाहिए होती थी, वह उठा कर ले जाते थे. कांग्रेस पार्टी और हमारे कार्यकर्ताओं ने देश की जनता के साथ मिलकर आजादी प्राप्त की लोकतंत्र लाये और देश को संविधान दिलवाया.”
पुरुषोत्तम रूपाला की टिप्पणी से राजपूत समाज में आक्रोश
इससे पहले राजपूत समाज को लेकर बीजेपी नेता पुरुषोत्तम रूपाला ने भी विवादित टिप्पणी की थी जिसके बाद राजपूत समाज में आक्रोश छाया हुआ है. उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में इसका असर भी देखने को मिला. पुरुषोत्तम रूपाला की टिप्पणी के बाद बीजेपी के खिलाफ क्षत्रिय समाज लगातार विरोध कर रहा है. हालांकि पुरुषोत्तम रूपाला ने अपनी टिप्पणी पर माफी मांग ली है.